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ख़यानत करने वालों पर इनायत करने वाले लोग ||
नहीं पाते हैं सदियों तक क़यादत करने वाले लोग ||
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फ़ुग़ाने-कर्ब की तल्ख़ी ने रुस्वा कर दिया मुझको ;
मुअ’ज़्ज़िज़ हैं इशारों से शरारत करने वाले लोग ||
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सिसकता है मरीज़ अपनी वफ़ा की रायगानी पर ;
चले जाते हैं जब घर से अ’यादत करने वाले लोग ||
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अजब तौज़ीहे-मन्तिक़ है कि फ़िक्रे-आसमानी को ;
अ’बस कहते हैं दुनिया पर क़नाअ’त करने वाले लोग ||
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मिला लें आँख कुछ पल तो हमें मरना गवारा है ;
बपा झुकती निगाहों से क़यामत करने वाले लोग ||
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निरा ता’लीम नाक़िस है कि निकले इ’ल्म दाँ अक्सर ;
ग़लत कारी पे अपनों की वज़ाहत करने वाले लोग ||
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न कर वाइ’ज़ बयाँ क़िस्से सरे-मिम्बर कि सुनते हैं ;
कई कारे-ख़ुदाई को हक़ीक़त करने वाले लोग ||
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मोअ’त्तर है फ़िज़ा उनके वसीले से फ़राज़ अब भी ;
बताते हैं मदीने की ज़ियारत करने वाले लोग ||
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